तर्ज:- छाप तिलक सब छीनी रे,
खाटू नगरिया जाना रे
मोहे श्याम ने बुलाया
श्याम का में दीवाना
मुझे श्याम ने बुलाया
(1) श्याम मिलन की अपार खुशी है
कार्तिक सुदी तिथि एकादशी है :- 2
आया जन्म दिन सुहाना ।। मुझे श्याम ।।
(2)श्याम का नाम रटू दिन रेना,
मन मेरा नाचे श्याम के अंगना :- 2 श्याम
श्याम के रंग रंग जाना ।। श्री श्याम ।।
(3) श्याम शरण में बली बली जाऊं ,
कीर्तन करूं भजन नित गाउं :- 2
श्याम चरण रज पाना ।।श्री श्याम ।।
(4) कांटों में ही फूल खिले है,
जीवन में दिन चार मिले है:- 2
"पदम"श्याम गुण गाना ।।श्री श्याम ।।
।। इति ।।