Saturday, April 1, 2017

Vanvaas Mere Praan Ka

तर्ज     - मिलती है  ज़िन्दगी में मोहब्बत कभी
फिल्म - आँखें 1968


वनवास मेरे प्राण का प्यारा चला गया,
मेरी  ज़िन्दगी का राम सहारा चला गया । ।

कैकई ने ज़ुल्म ढाया है वचनों को मांग कर,
चौदह बरस को आँख का तारा चला गया    । । वनवास । ।

भाई लखन व सीता भी सब साथ हो लिए,
हाय अवध से राज दुलारा चला गया            । । वनवास । ।

है दिल पे दौर ऐसे हम कैसे जी सकेंगे,
हम से बिछड़ के लाल हमारा चला गया      । । वनवास । ।

यह  राम की जुदाई ऐसे "पदम्" ने गायी,
जैसे अवध का राज दुलारा चला गया          । । वनवास । ।


-: इति :-
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