तर्ज :- मैं एक नन्हा सा बालक हूँ
फिल्म:- हरीशचंद्र तारामति
फिल्म:- हरीशचंद्र तारामति
पापी झूम रहा साड़ी खींच रहा द्रौपदी की,
लुट न जाये शान कन्हैया मेरी लाज रखो - 2 ||
नीच दुशासन भरी सभा में करना चाहे उधारी,
इस पापी से मुझको बचालो मेरे श्याम बिहारी,
मानूंगी तेरा एहसान || कन्हैया ||
तुम बिन मेरा कौन सहारा कृष्णा मुरलिया वाले,
बिगड़ी बनादो धीर बंधादो नाथ कहाने वाले,
दीनों के भगवान || कन्हैया ||
कृष्ण कन्हैया तुमने जगत में लाखों पापी तारे,
मैं अज्ञानी "पदम्" शरण में आया तेरे सहारे,
दे दो मुझे भी वरदान || कन्हैया ||
-: इति :-
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