Thursday, January 11, 2018

Kanhaiya Meri Laaj Rakho

तर्ज :- मैं एक नन्हा सा बालक हूँ
फिल्म:- हरीशचंद्र तारामति

पापी झूम रहा साड़ी खींच रहा द्रौपदी की,
लुट न जाये शान कन्हैया मेरी लाज रखो - 2 ||

नीच दुशासन भरी सभा में करना चाहे उधारी,
इस पापी से मुझको बचालो मेरे श्याम बिहारी,
मानूंगी तेरा एहसान || कन्हैया ||

तुम बिन मेरा कौन सहारा कृष्णा मुरलिया वाले,
बिगड़ी बनादो धीर बंधादो नाथ कहाने वाले,
दीनों के भगवान || कन्हैया ||

कृष्ण कन्हैया तुमने जगत में लाखों पापी तारे,
मैं अज्ञानी "पदम्" शरण में आया तेरे सहारे,
दे दो मुझे भी वरदान || कन्हैया ||

-: इति :-



Share:

0 comments:

Post a Comment

Contributors

Archives