जपेजा जपेजा जपेजा,
हरि नाम की माला शिव नाम की माला ||
शिव नाम की तू माला जपले रे प्यारे बन्दे,
कट जायेंगे दया से तेरे जन्म क फंदे || जपे ||
गंगा बहे जटों में हैं नंदी की सवारी,
दुनिया से निराली माया प्रभु तुम्हारी || जपे ||
भोले तुम्हारे दर पे जो भी सवाली आये,
सबको मिली है मुक्ति कोई न खाली जाए || जपे ||
सुनलो प्रभु कैलाशी विनती है यह ज़रासी,
कबसे "पदम्" की अँखियाँ तेरे दरश की प्यासी || जपे ||
-:इति:-
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