तर्ज :- रहने दो रहने दो पर्दा न
फिल्म :- कन्यादान
रहने दो रहने दो मटकी न गिराओ,
मटकी जो गिर गई तो दूध ढुल जाएगा,
सैयां छोड़ो बैयाँ-2 ||
गाँव बरसाने मुझको जाना है,
सांझ को लौट कर घर आना है,
देर भई तो सासू मारेगी,
और सखियाँ भी ताना मारेंगी || सैयां ||
मुझको छेड़ो न मैं अकेली हूँ,
तेरी राधा की मैं सहेली हूँ,
रात दिन तेरा नाम लेती हूँ,
तेरी मुरली पे जान देती हूँ || सैयां ||
जाने क्या जादू दिल पे डाला है,
नाचे मुरली पे गोपी ग्वाला है,
उनके चरणों में ध्यान लागा है,
"पदम्" ह्रदय में ज्ञान जागा है || सैयां ||
-:इति:-
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