तर्ज :- अमुआ की डारि झूला डार दये मैया के ( जस )
माँ गौरा के लाल पहले सुमर लेऊं गणपति को,
दाता दीना दयाल पहले सुमर लेऊं गणपति को ||
गौरा की अंखियों के तारे,
शिव शंकर के राज दुलारे,
भक्तन के प्रतिपाल ||
रिद्धि और सिद्धि के दाता,
कहलाते हैं बुद्धि विधाता,
करते माला माल ||
मूषे पे असवार चलत है,
मोदक लड्डू चार चड़त है,
हो गए भगत निहाल ||
"पदम्" तुम्हारो ध्यान लगाये,
करे आरती मंगल गायें,
दर्शन को है सवाल ||
-:इति:-
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