तर्ज :- मेरे घुंघरू के बोल अनमोल
फिल्म:- पुतली बाई
फिल्म:- पुतली बाई
मेरी माखन की गागर न ढोल छलिया,
वर्ना ले लूंगी मैं इसका मोल छलिया ||
बरसाने की हूँ मैं भोली गुजरिया,
गोकुल का तू तो ग्वाल रे,
बेदर्दी बैरन बजाये बाँसुरिया,
जी का न जाने तू हाल रे,
तेरी मुरली पे जिया जाए डोल छलिया || वर्ना ||
राधा ने तन मन की सुध बुध बिसारी,
जुल्मी से लागे हैं नैन रे,
यादों में प्रीतम के दिन गिन गुज़ारे,
सपनों में काटी है रैन रे,
कभी बिरहन के दिल को टटोल छलिया || वर्ना ||
द्वारे पे आया है आशा लगाए,
लज्जा तुम्हारे है हाथ रे,
भक्तों को चरणों में इतनी जगह दो,
जितनी "पदम्" को मिली नाथ रे,
मेरे ह्रदय में प्रेम रस घोल छलिया || वर्ना ||
-: इति :-
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