तर्ज:- तुम्हें और क्या दूं मैं दिल क सिवाए
फिल्म:- आई मिलन की बेला
फिल्म:- आई मिलन की बेला
नहीं जाऊं पनघट पे जियरा डराए,
वहां एक छलिया मुरलिया बजाये ||
सखी तू क्या जाने, वह ऐसा है छलिया,
अकेली मुझे देख रोके डगरिया,
मेरी भोली नज़रों से नजरिया लड़ाए || वहां ||
शिकायत करूंगी मैं मैया से जाके,
तेरे कान्हा छेड़े है, पनघट पे आके,
गिराए गगरिया खड़ा मुस्कुराए || वहां ||
कन्हैया तुम्हारी निराली है माया,
पड़ा कष्ट भक्तों पे, तुमने हटाया,
"पदम्" तेरे चरणों में तेरे गीत गाये || वहां ||
-: इति :-
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