Friday, March 30, 2018
Sunday, March 25, 2018
Hanumat Ram Dware Ho Biraaje Sada
------ प्रयोग :- सुमरत बोल हमारे हो ------
हनुमत राम द्वारे हो बिराजे सदा - 2 ||
ललाई सोटा लाल लंगोटा,
ली चोला तुम हो || बिराजे सदा ||
मंगल भवन अमंगल हारी,
मंगल को दुःख तारे हो || बिराजे सदा ||
लछमन के लिए लाये संजीवनी,
राम के काज संवरे हो || बिराजे सदा ||
धुप कपूर की आरती होवे,
संजा और सकारे हो || बिराजे सदा ||
पूर्व दिशा भोले नाथ विराजे
शंकर डमरू के बारे में हो विराजे सदा ।।
दादा छींद गांव के बन गए ,
"पदम्" करे जयकारे हो || बिराजे सदा |।
-: इति :-
Mata Yashodha Bada Chaliya Kanhaiya Tera
------ तर्ज:- इन्ही लोगों ने - 2 ले लीना दुपट्टा मेरा ------
------ फिल्म :- पाकीज़ा ------
माता यशोदा - 2 बड़ा छलिया कन्हैया तेरा ||
हमरी न मानो तो सखियों से पूछो,
माखन की लूटे गगरिया कन्हैया तेरा || माता ||
हमरी न मानो तो ग्वालों से पूछो,
सखियों की रोके डगरिया कन्हैया तेरा || माता ||
हमरी न मानो तो मनसुख से पूछो,
पनघट की रोके डगरिया कन्हैया तेरा || माता ||
हमरी न मानों "पदम्" से ही पूछो,
मीठी बजाये बाँसुरिया कन्हैया तेरा || माता ||
-: इति :-
Shiv Shambhu Dulha Bane
------ तर्ज - लोकगीत ------
शिव शम्भू दूल्हा बने, लेकर चले बारात,
अम्बर से होने लगी फूलों की बरसात,
गौरा तेरो सैंयारी - राम दई अच्छो नैया री,
अच्छो अच्छो नैयारी - प्यारो प्यारो नैया री,
गांजे की जो चिलम चढ़ाये, भंगिया लोटन से पी जाये,
अंग लपेटे एक मृग छाला, गर्दन में नागों की माला,
जटों में गंगा मैया री - 2 || राम दई ||
ना है बाप, ना है महतारी, ना घर द्वार, न महल अटारी,
पर्वत पे टूटी मड़ैया री - 2 || राम दई ||
हल्दी, उबटन न तेल चढ़ायो, तन पे भबूत लगाके आयो,
पांव न पैरी पनैया री -2 || राम दई ||
हाथी, घोड़ा कछु न लायो, बड़े बैल पे बैठ के आयो,
कानों में लटके ततैया री - 2 || राम दई ||
ब्रह्मा, विष्णु संगी साथी, भूत बेताल बने बाराती,
चुड़ेलें नाचे ताता थैया री -2 || राम दई ||
गौरा ने एकऊं न मानी, शिव की हो गयी प्रेम दीवानी,
"पदम्" पड़ो इनके पैयारी - 2 || राम दई ||
-: इति :-
Tuesday, March 13, 2018
Cheend Ko Dada (Audio Mp3)
Listen and Download
Singer - Govardhan Prajapati
Download Here - Download
Thursday, March 1, 2018
Har Mushkil Aasaan Karenge
------ तर्ज :- हम तुम दोनों प्यार करेंगे खुल्लम खुल्ला रातों में ------
हम सब मिलकर ध्यान करेंगे, शिव शंकर के चरणों में,
हर मुश्किल आसान करेंगे, शिव शंकर के चरणों में ||
देवी देवता सज कर आये, भोले की बारात चलीं,
भूत प्रेत है चौंसठ योगिनी और चुड़ेले साथ चलीं,
हिम गिरी कन्यादान करेंगे || शिव शंकर ||
सब देवों में भोले भाले, सारी दुनियां कहती है,
मस्तक चंदा और जटों में पावन गंगा बहती है,
आओ "पदम्" गुणगान करेंगे || शिव शंकर ||
-: इति :-
Tu hi Ambe Kaali Hai Mata Jagdambe
तर्ज :- बड़ी मस्तानी है मेरी महबूबा
फिल्म:- जीने की राह
फिल्म:- जीने की राह
गर्दन में डाले है मुंडों के हार,
चली आ रही है वह सिंह पे सवार,
बड़ी शान वाली है, माता जगदम्बे,
तू ही अम्बे काली है, माता जगदम्बे ||
वह है काली ऐसी माया उसकी जहाँ से निराली,
माता तेरे दर से खाली न जाए कोई सवाली,
असुरों को मारा है वह ही खप्पर वाली है || माता ||
जय हो दुर्गे माता तुमको कहते हैं माता भवानी,
सांचा है यह द्वार जग में उनका, नहीं कोई शानी,
जग से वह न्यारी है, वह कलकत्ते वाली है || माता ||
आपने जहाँ में शान दुष्टों की आकर घटाई,
आपने सभा में लाज हरदम "पदम्" की बचाई,
देवी ने गर्दन में मुंडमाला डाली है || माता ||
-: इति :-
Thoda Gunahgaar Pe Daya Kijiye
तर्ज :- इश्क और प्यार का मज़ा लीजिये
फिल्म :- कव्वाली
शिव शक्ति भाग - (1), सपना कैसेट रिकॉर्डिंग,
गायक:- श्री गोवर्धन स्वरुप, भोपाल
मुझे भोले द्वार पे बुला लीजिये,
थोड़ा गुनाहगार पे दया कीजिये ||
तुम्हे भूल जाता हूँ, यही मेरी भूल है,
चाहे जो सजा दो भोले, मुझे तो क़ुबूल है,
पड़ा हूँ शरण में उठा लीजिये || थोड़ा ||
तेरे दर पे आ गया हूँ, सारी दुनिया छोड़ के,
विनय कर रहा हूँ, दोई हाथ जोड़ के,
बस इक बार दर्शन दिखा दीजिये || थोड़ा ||
अर्ध अंग साथ में है गौरा महारानियां
तीन लोक जानते हैं तुम हो बड़े दानियां
बस इक बार दर्शन दिखा दीजिये || थोड़ा ||
शंकर की गर्दन में नागों के हार हैं,
चन्द्रमा हैं शीश पर, नंदी पर सवार हैं,
ज़रा मस्त डमरू बजा दीजिये || थोड़ा ||
कभी भोले भांग के नशे में हैं झूमते,
कभी पी के गांजा मरघट में घुमते,
"पदम्" शिव को मन में बिठा लीजिये || थोड़ा ||
-: इति :-
Mooshe Pe Chale Aao
तर्ज़:- कैलाश के निवासी नमो बार बार हूं
//श्री गणेश भजन//
माँ गौरा के ललन को नमन बार बार है,
मूषे पे चले आओ, तेरा इंतज़ार है ||
त्रिलोक में देवों के तुम सरताज कहाते,
दाता हैं रिद्धि सिद्धि के गणराज कहाते,
तेरी दया हो जिसपे उसका बेड़ा पार है || मूषे ||
मोदक के लड्डू लाये हैं प्रभु भोग लगाना,
जाना है चले जाना, पर अगले वर्ष आना,
मंगल के हो स्वामी, तेरी महिमा अपार है || मूषे ||
जीवन में क्या करोगे, इस दौलत के ढेर का,
चरणों में गजानंद के खजाना कुबेर का,
ऋषियों ने और मुनियों ने की जय जयकार है || मूषे ||
वेदों में पुराणों में, तेरा नाम बड़ा है,
झोली "पदम्" की भरदो, यह चरणों में पड़ा है,
तेरे बिना अब कौन मेरा मददगार है || मूषे ||
-: इति :-
Chheend Ko Dada Albela
तर्ज :- दे दो दरस महारानी रे
छींद को दादा अलबेला,
लगे मंगल को मेला ||
कोई कहे बजरंगी आला,
कोई कहे माँ अंजनी के लाला,
राम को भगत अकेला || लगे ||
रावण पूँछ में आग लगायी,
तुमने उसकी लंका जलाई,
खेल अजब तुमने खेला || लगे ||
सीता राम लखन मन लायी,
तुमने छाती फाड़ दिखाई,
कौन गुरु कौन चेला || लगे ||
छींद गाँव की महिमा न्यारी,
मेला भरत दशहरे पे न्यारी,
भक्तों की रेलम रेला || लगे ||
बजरंग के गुण गाओ प्राणी,
"पदम्" यूं कह गए ज्ञानी ध्यानी,
जग है झूठ झमेला || लगे ||
-: इति :-