------ तर्ज :- हम तुम दोनों प्यार करेंगे खुल्लम खुल्ला रातों में ------
हम सब मिलकर ध्यान करेंगे, शिव शंकर के चरणों में,
हर मुश्किल आसान करेंगे, शिव शंकर के चरणों में ||
देवी देवता सज कर आये, भोले की बारात चलीं,
भूत प्रेत है चौंसठ योगिनी और चुड़ेले साथ चलीं,
हिम गिरी कन्यादान करेंगे || शिव शंकर ||
सब देवों में भोले भाले, सारी दुनियां कहती है,
मस्तक चंदा और जटों में पावन गंगा बहती है,
आओ "पदम्" गुणगान करेंगे || शिव शंकर ||
-: इति :-
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