------ तर्ज - जा रे कारे बदरा ------
------ फिल्म :- धरती कहे पुकार के ------
------ फिल्म :- धरती कहे पुकार के ------
खुशियाँ मनाओ की आई शिवरात
आओ भोले बाबा माँ गौरा जी के साथ,
शंकर हमारे हैं, घट घट के वासी,
वो हैं बड़े ज्ञानी दयालु अविनाशी,
भीख मिले मुक्ति की आये खाली हाथ || आओ ||
तन पे भवुती है नंदी सवारी,
डमरू बजाते हैं शिव गंगाधारी,
लेलो मुझे चरणों की सेवा में नाथ || आओ ||
सुनलो जी भोले यह अर्जी ज़रासी,
अपना बनालो ओ शिव कैलाशी,
माला दिल की धड़कन जपे दिन रात || आओ ||
बसी मेरे नैनों में सूरत तुम्हारी,
रहे मन के मंदिर में मूरत तुम्हारी,
तुम हो दयालु बड़े दीनानाथ || आओ ||
विनती यह मेरी है बिगड़ी बनादो,
मुझे अब तो भोले जी दर्शन दिखादो,
यही तो "पदम्" की है मन की मुराद || आओ ||
-: इति :-
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