------ तर्ज:- तेरे मस्त मस्त दो नैन ------
------ फिल्म:- दबंग ------
भागते रहते हैं हम सांझ सवेरे,
माया के चक्कर में हैं घोर अँधेरे - 2,
माँ को भजो रे दिन रैन - मन को मिलेगा सुख चैन,
मन को मिलेगा सुख चैन - माँ को भजो रे दिन रैन ||
धरती गगन माँ के गुणगान गा रहे,
अग्नि पवन दर पे चँवर ढुरा रहे,
चंदा सूरज माँ की ज्योति जला रहे,
मढ़ के शिखर पे पंडा झंडा चढ़ा रहे - 2 || माँ को ||
माँ की रजा बिना पत्ता न हिल सके,
माँ की दया बिना कुछ भी न मिल सके,
माँ के रहम करम से नर तन को पा लिया,
माया में ऐसा डूबा माँ को भुला दिया - 2 || माँ को ||
निशदिन उतारते हैं मैया की आरती,
माता रानी भक्तों की बिगड़ी संवारती,
"पदम्" के मन में क्या है मैया है जानती,
पल में डुबोती मैया पल में उबारती - 2 || माँ को ||
-: इति :-
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