------ तर्ज:- चलाओ न नैनों से ------
------ फिल्म :- बोल बच्चन ------
मनाओ गजानंद को आन रे, लेलो लेलो वरदान रे,
ध्यान लगा है ध्यान रे, लगा चरणों में ध्यान रे,
कहीं निकल न जाए - 2 ऐसा मौका नादान रे,
शामिल भी हो - 2 हमरा भक्तों में नाम रे ||
तुमको मनाने को आये हैं हम,
लड्डू चढ़ाने को लाये हैं हम,
गौरा के प्यारे गजानंद हैं,
इनके ही चरणों में आनंद है || कहीं निकल ||
देवा के द्वारे पे आयेंगे हम,
देवा के गुणगान गायेंगे हम,
पूजा और भक्ति से अनजान हैं,
सेवक तुम्हारे हैं नादान है || कहीं निकल ||
गनपत के जो भी भजन गायेंगे,
भव सिंध से जीव तर जायेंगे,
माया के फंदे भी कट जायेंगे,
विपता के बादल भी छट जायेंगे || कहीं निकल ||
मूषे पे देवा सवारी करें,
झोली हमारी तुम्हारी भरें,
रिद्धि और सिद्धि के संग आयेंगे,
बिगड़ी "पदम्" की बना जायेंगे || कहीं निकल ||
-: इति :-
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