------ तर्ज:- मुझे प्यार की ज़िन्दगी ------
------ फिल्म:- प्यार का सागर ------
बहुत दूर माँ का ठिकाना मिला है,
पहाड़ियों पे मंदिर सुहाना मिला है ||
मिली मोह माया वहीं छोड़ आया,
यह रिश्तों के बंधन सभी तोड़ आया,
शरण में तुम्हारी ज़माना मिला है || बहुत ||
नहीं लालसा है मुझे माल धन की,
ज़रा सी मिले रज माँ तुम्हारे चरण की,
मुझे मांगने का बहाना मिला है || बहुत ||
यह अनमोल जीवन न बर्बाद करना,
घड़ी दो घड़ी माई को याद करना,
हर एक जीव को आना जाना लिखा है || बहुत ||
यह मैया किसी की है बिगड़ी बनाती,
किसी को उठाती किसी को गिराती,
"पदम्" को दया का खजाना मिला है || बहुत ||
-: इति :-
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