------ तर्ज:- चोली के पीछे क्या है ------
------ फिल्म:- खलनायक ------
मैहर में बोलो क्या है, मैहर में बोलो,
मैहर में माता मेरी, वह है विधाता मेरी,
बैठी भंडारे मैया खोल के - 2 || मैहर ||
आँचल की छाया देती - 2 कौड़ी को काया देती - 2
निर्धन को माया देती, दुखियों के दुःख हर लेती,
माँ का जयकारा चलो बोल के - 2 || मैहर ||
तेरे द्वार पे आई - 2 छोटी सी आशा लायी - 2
गोदी में लाला दे दे, गोरा या काला दे दे,
लड्डू चढ़ाऊँगी में तोल के - 2 || मैहर ||
निर्बल को शक्ति देती - 2 भक्तों को भक्ति देती - 2
धन माया सब को दे दे, दर्शन "पदम्" को दे दे,
चरणों की रज पी जाऊं घोल के - 2 || मैहर ||
-: इति :-
द्वार मैया के हर एक बात निराली देखी,
जाने वालों की हमने झोलियाँ खली देखी,
को पल शारदा माँ क्या से क्या कर जाती हैं,
आँख खुलते ही सब की झोलियाँ भर जाती हैं ||
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