------ तेरे नगर कोट अस्थान " जस " ------
तेरे सलकनपुर अस्थान दुर्गा महारानी,
तेरे सलकनपुर अस्थान दुर्गा महारानी,
करे भक्तों का कल्याण दुर्गा महारानी ||
मैया बीजासेन है भोली - जहाँ भारती सबकी झोली,
निर्धन को करे धनवान || दुर्गा ||
मैया पलना कोई चढ़ाये - गोदी ललना बाँझ खिलाये,
मूह माँगा मिले वरदान || दुर्गा ||
मैया शरण तुम्हारी आऊं,
पूड़ी हलवा भोग लगाऊं,
करो कृपा दया निधान || दुर्गा ||
मैया ज्योत जले दिन राती,
मैया सोए भाग जगाती,
तेरी महिमा बड़ी महान || दुर्गा ||
मैया "पदम" तोरे जस गायें,
मैया बिगड़े काज बनाये,
तेरे सेवक हैं नादान || दुर्गा ||
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