Tuesday, June 26, 2018

Jyot Jale Re Din Raat

तर्ज़:-हुरिया में उड़े रे गुलाल
देवी भजन 
 ज्योति जले रे दिन रात,
माई की मडूलिया में ||

जग जननी दुःख हरनी माता,
सब की सुने फरियाद || माई ||

जूही चंपा मोगरा फूले,
चमेली खिले आधी रात || माई ||

धूप कपूर की आरती होवे,
हलुआ को चढ़े प्रसाद || माई ||

हनुमत नाचे भैरो नाचे,
मैया जी के साथ || माई ||

माई के "पदम्" गुणगान करो रे,
पूरी होगी मुराद || माई ||

-: इति :-


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