------ तर्ज:- वफ़ा न रास आई ------
------ फिल्म:- बेवफा सनम ------
पूजा की ऋतू आई, माँ काली महामाई,
मैया सुनलो पुकार, आजा सिंह पे सवार,
नौ दिन की ज्योत जलाई || पूजा ||
मुण्डों की पहन लई माला, जब रक्त बीज से युद्ध किया,
चरणों में लेटे शिव शंकर, माँ ने बढ़ता पग रोक लिया,
देवों ने लगन लगाई || पूजा || माँ की महिमा अपार, कोई पाया नहीं पार
एक राम का मंदिर बना नहीं, हर राम भक्त शर्मिंदा है,
हर साल दशहरा मानते रहे , यह रावण फिर भी जिंदा है,
करो कोई जतन - हम आये शरण,
माँ किसलिए देर लगायी || पूजा ||
जब जब धरती पर पाप बढ़ा, तब तब माँ ने अवतार लिया,
माँ ने रणचंडी रूप धरा, पापी दुष्टों को मार दिया,
माँ की पूजा करो - ध्यान "पदम्" धरो,
माँ ने बिगड़ी बात बनाई || पूजा ||
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