
------ तर्ज:-मंदिर से दौड़ी चली आउंगी, कोई दिल से पुकारे ------
पनघट से दौड़ी चली आउंगी,
कान्हा मुरली बजादे,,,,,
मधुवन में रास रचाऊंगी,
कान्हा मुरली बजादे,,,,
(१)श्याम सुंदर से लागे नैना,
तुम बिन हमको चैन पड़े ना,
तुम संग प्रीत निभाउंगी ।।
कान्हा मुरली,,,,,,,,,
(२)नन्दलला...