------ तर्ज:- गड्डी चली है छलांगा ------
------ फिल्म:- दादा ------
दे दो दर्शन माँ शेरावालिये - आजा आजा पहाड़ावालिये,
आंधी हो या बरसात - ज्योत जले दिन रात,
सब कहते हैं ज्योतावालिये || आजा आजा पहाड़ावालिये ||
लाल चुनरिया ओढ़ के तुमने, भक्तों के दुःख टारे,
राह तुम्हारी देख रहे हैं, भैया लाल तुम्हारे,
तेरे नैना हैं विशाल - जैसे जलती मशाल,
सब कहते हैं नैनावालिये || आजा ||
ओ मैया पंजाब में देखो क्या आतंक मचा है,
भारत के टुकड़े हो जायें ऐसा जाल रचा है,
लूट पाट और हत्या - आये दिन की समस्या,
इस समस्या को सुलझाइए || आजा ||
आतंकवाद के इस राक्षस ने कैसा जुल्म है ढाया,
मंदिर और गुरुद्वारा इसने रण का क्षेत्र बनाया,
होक सिंह पे सवार - लेके हाथों में तलवार,
ऐसे राक्षस को मार डालिए || आजा ||
राम जन्म भूमि यह हमारी, हमको जान से प्यारी,
मंदिर राम का बन कर रहेगा इतनी जिद है हमारी,
हिन्दू हो जाओ सब एक - बात है यह बड़ी नेक,
कार सेवा में जुट जाइये || आजा ||
माँ की सेवा, माँ की पूजा "पदम्" तू निस दिन करले,
मैया का भंडार भरा है, झोली अपनी भरले,
माँ की ममता महान, करे बेटों का कल्याण,
सब कहते हैं माता रानिय || आजा ||
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