------ तर्ज:- ज़िन्दगी की न टूटे लड़ी ------
------ फिल्म:- क्रांति ------
दुर्गे माता हैं सन्मुख कड़ी,
करले दर्शन घड़ी दो घड़ी ||
सिंह पर है सवारी तुम्हारी,
\मुंड माला गले में पड़ी || करले ||
तेरी माया निराली है माँ,
दर पे लाखों सवाली है माँ,
सबकी भारती हो तुम झोलियाँ,
मेरी झोली क्यों खली है माँ,
अब दया की लगा दो झड़ी || करले ||
पाप धरती पे बढ़ने लगा - माता अवतार तुमने लिया,
लाज भक्तों की आकर रखी - नाश दुष्टों का कर ही दिया,
पापियों से माँ हर दम लड़ी || करले ||
सारा जीवन गुजरता गया - मोह माया में भरमा गया,
छोड़ कर सारी दुनिया "पदम्" - माँ तुम्हारी शरण आ गया,
नौ देवी में तुम हो बड़ी || करले ||
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