------ तर्ज:- जो बोएगा वही पायेगा ------
------ फिल्म:- जैसी करनी वैसी भरनी ------
माँ की शरण जो आयेगा,
भव सिंधु से वह तर जायेगा,
माँ जग जननी माँ दुःख हरणी
||
ऊंचे पर्वत पर है मैया तेरा बसेरा,
आये जिसका बुलावा,
पाए दर्शन तेरा,
क़िस्मत वालों को मिलता है, तेरे दर का डेरा,
जो मांगेगा वही पायेगा || भव सिन्धु से ||
तेरे भुवन पे मैया लाल ध्वजा लहराए,
आदि शक्ति भवानी महिमा वरणी न जाए,
भक्तों के संकट हरने को शेर पे बैठी आये,
मैया के जो गुण गायेगा || भव सिन्धु से ||
माँ का प्यार दीवाना, माँ की ममता दीवानी,
निर्मल मन है जैसे गंगा जमुना का पानी,
माँ की सेवा पूजा करले “पदम्” न कर नादानी,
श्रद्धा सुमन जो बरसायेगा || भव सिन्धु से ||
-: इति
:-
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