------ तर्ज:- मुझको राणा जी माफ़ करना ------
------ फिल्म:- करन अर्जुन ------
ऊंचा ऊंचा पर्बत स्वर्ग से आला - मैया जी का दर है बड़ा मतबाला,
दिन हो या रतियाँ - बजती हैं घंटियाँ - समझ न आये माँ का खेल निराला,
जय माँ की बोलो सब कोई - माँ दुर्गे की कृपा हो गयी,
नौ दिन पड़ेगा रात जगना - बाड़ी मंदिर में बो दई ||
आठ पहर रहे लंगरे का पहरा - लाल वरण माँ का रूप सुनहरा,
मैया ने ओढ़ राखी है चूनर - 2
झिलमिल ज्योति से जगमग है मन्दिर - 2
मंदिर में आने बालों के मन की पूरी मुरादें हो गयीं || नौ ||
बिगड़े काज बनाये शेरावाली - कोई कहे दुर्गा कोई कहे काली,
ऊंचे पहाड़ों पे मैया के भुवना - 2
लांगुरिया घुट्टन नचे माँ के अंगना - 2
छम छम मैया जी की पायल बजत है धुन में मगन माँ हो गयी || नौ ||
निस दिन जपते हैं ऋषि मुनी ज्ञानी - मैया जी की महिमा किसी ने न जानी,
मैया के दर का बुलावा जो आये -2
वह ही "पदम्" माँ के दर्शन को पाए - 2
द्वार पे भक्तों का मेला लगा है, भक्ति भी सुध बुध खो गयी || नौ ||
-: इति :-
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