सुनो बन्ना जी अब जिद छोड़ो, मान लो मेरी बात,
बन्नी तो आएगी, चलो लेके बारात ||
पापा के प्यारे हो तुम, मम्मी के लाड़ले हो,
लेकिन दुल्हन के लिए कितने उतावले हो,
सात जनम का बंधन है यह फेरे होंगे सात || बन्नी ||
दूल्हा के दोस्त सारे सज धज कर जायेंगे,
दूल्हा के आगे आगे नाचेंगे गायेंगे
दादाजी, काकाजी कबसे तैयार हैं,
फूफाजी जीजाजी बड़े बेक़रार हैं,
सभी बाराती ख़ुशी में झूमे एक दूजे के साथ || बन्नी ||
सज धज के दुल्हे राजा घोड़ी पे जायेंगे,
डोली में चंदा जैसी दुल्हन को लायेंगे,
प्यारी बहना करे आरती, भैया दो सौगात || बन्नी ||
गाड़ी के दो पहिये हैं मिलकर चलोगे,
दिन दुगना रात चौगना फूलो फलोगे,
"पदम्" ने दूल्हा और दुल्हन को दिया है आशीर्वाद || बन्नी ||
-: इति :-
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