------- तर्ज़:-होठों को छूलो तुम, मेरे गीत --------
फ़िल्म:-प्रेम गीत
!!भजन!!
लवकुश जी के चरणों मे,श्रद्धा से नमन करलो।
आराध्य हमारे है, पूजन अर्चन करलो ।।
(१)कुशवाहों के वंशज है,रघुकुल के स्वामी है,
सूंदर है युगल जोड़ी, सत के पथ गामी है।
यह समाज फले फूले,इनका सिमरन करलो ।।
लवकुश जी के चरणों में----------
(२)ममता मयी सीता के,आँचल की छाह मिली,
वन में खेला वचपन,भक्ति की ज्योति जली।
श्री राम प्रभु जी की,छवि के दर्शन करलो।
लवकुश जी के चरणों में-----------
(३)श्री वाल्मीकि जी से ,शिक्षा का दान मिला,
शत्रु पे विजय पाना,रण क्षेत्र का ज्ञान मिला।
गुरु वर की कृपा का, मन से चिंतन करलो।।
लवकुश जी के चरणों मे-----------
(४)लवकुश जैसा कोई,न वीर न बलशाली,
जब यज्ञ का अश्व मिला,हुआ युद्व विजय पा ली,
वेदों में लिखी महिमा,जन जन मंथन करलो।।
लवकुश जी के चरणों मे----------
(५)हो जाये सफल जीवन,यह जतन हमारा हो,
गुणगान"पदम"गाये, प्रभु संग तुम्हारा हो।
भव से तर जाएंगे, लवकुश के भजन करलो।।
लवकुश जी के चरणों मे,श्रद्धा से नमन करलो।
।।इति।।
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