------ तर्ज :- पल पल न माने टिंकू जिया ------
फिल्म :-------यमला पगला दीवाना --------
डम डम शिवालय में डमरू बजे,
बैठे जहां शंकर भबूती मले ।।
भर भर चिलम में शिव गांजा पिये हैं,
भर भर के लोटे से भंगिया पिये हैं ,
बल खाये विषधर जिनके गले ।। बैठे ।।
करते हैं भोले बाबा नंदी सबारी,
तीनों लोकों के स्वामी त्रपुण्ड धारी,
भोले को भजने से विपता टले ।। बैठे ।।
शीश चंद्रमा करे उजियाला,
तन पे लपेटे हैं मृग की छाला,
"पदम" है जिनके चरणों तले ।। बैठे ।।
-: इति :-
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