तर्ज़:- स्वर्ग से सुंदर सपनो से प्यारा,हैअपना घर द्वार
फ़िल्म:-घर द्वार
* बाल दिवस गीत *
देश के भावी नायक हो तुम,नवयुग की पतवार
तुम पर रहे बरसता यू ही,शिक्षक जन का प्यार
उदय हो भाग्य तुम्हारा,यह आशीर्वाद हमारा।।
(1) अवसर बाल दिवस का,कुछ सीखो ओर सिखाओ,
ज्ञान महासागर है,इसे समझो ओर समझाओ
भेद भाव और ऊंच नींच की,नही बनो दीवार।।उदय हो।।
(2) देश के तुम निर्माता,तुम देश के भाग्य विधाता
देश का वीर सिपाही ,सरहद पे जान गंवाता
मात्र भूमि की रक्षा करने,सदा रहो तैयार।।उदय हो ।।
(3) मात पिता के जैसा,कोई और नही है दूजा
इनका कर्ज़ चुके ना,तुम करलो इनकी पूजा
गुरु जनो के चरणों मे नित"पदम्"है सेवादार।।उदय हो।।
।। इति ।।
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