तर्ज़:-तू कितनी अच्छी है,तू कितनी भोली है
फ़िल्म:- राजा और रंक
* राधे भजन*
तू कितनी सच्ची है,तू कितनी भोरी है
बृज की छोरी है,राधे जू, राधे जू
राधे जू, श्यामा जू----------
यह जो मधुवन है,प्रेम का बन्धन है
प्रीत की डोरी है,राधे जू, राधे जू
राधे जू, श्यामा जु---
(1)तू बृषभान की राज दुलारी
कोई न जाने तू अवतारी, चरन कमल बलिहारी
तू मन भावन है,मन की पावन है
नवल किशोरी है,राधे जू, राधे जू
राधे जू, श्यामा जु-----
(2)तू कोमल है,तू चंचल है
तू निर्मल है ऐसे जैसे ,जमुना जी का जल है
हर घर आंगन में,बृज के कण कण में
राधे गोरी है,राधे जू, राधे जू
राधे जू, श्यामा जू--------
(3) क्या गोकुल है क्या वरसाना,
"पदम्"यह सारा बृंदावन है,राधे का दीवाना
तेरे चरणों की रज मिलजाए तो,
किरपा तोरी है,राधे जू, राधे जू
राधे जू, श्यामा जू------
//इति//
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