तर्ज़:- उज्जैन के राजा,करो कृपा नजरिया........
दोहा:- बाबा बाबा सब कहे,माई कहे ना कोय
बाबा के दरबार में, माई करे सो होय
*महा काली भजन*
अम्बे जगदम्बे आए तुम्हरी दुअरिया,
दर से ना टालना रे ।। ओ माता रानी ।।
काली महा काली लेलो हमरी खबरिया ,
दर से ना टालना रे ।। ओ माता रानी ।।
(1) महिषासुर दानव बल शाली
दुर्गा से बन गई,माता महाकाली -2
दुष्ट जनों को मैया संघारो
भक्तों को तारना रे ।। ओ माता रानी ।।
(2) रण में चली मां लेके दुधारी
लट बिखराये करे सिंघा सबारी -2
शुंभनिशुंभ जो लड़ने को आये
रण में पछाड़ना रे ।। ओ माता रानी ।।
(3) हाथों में खप्पर नेनो में ज्वाला
पहने गले में मुण्डों की माला -2
क्रोध की अग्नि शीतल भई जब
शिवजी का सामना रे ।। ओ माता रानी ।।
4)"पदम"हे मां के दर का भिखारी
मैया हरो हर विपता हमारी -2
करुणामयी माँ थोड़ी सी ममता
झोली में डालना रे ।।.ओ माता रानी ।।
**इति **
0 comments:
Post a Comment